हरियाणा के मेवात जिले में आने वाले नूंह जिले में एक ठग गिरोह का खुलासा हुआ है. इस गिरोह ने सोने-चांदी के आभूषण बनाने के नाम पर चार गांवों के ग्रामीणों से पहले करोड़ों रुपए लिए. फिर सारी रकम को लेकर रात के समय परिवार समेत लापता हो गए. आरोपियों से सभी तरह का संपर्क टूटने के बाद लोगों को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ तो अलग-अलग शिकायत लेकर पुलिस से मदद की गुहार लगाने पहुंच रहे हैं.
हालांकि पुलिस की ओर से अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है. मामला तावडू उपमंडल के गांव राठीवास से सामने आया है, जहां पर ठग परिवार पिछले करीब बीस साल से एक किराए के मकान में रह रहा था. दावा है कि ठग गिरोह ने गांव राठीवास के अलावा खोरी खुर्द, खोरी कला, रंगाला और भिवाड़ी क्षेत्र के लोगों से सोने चांदी के आभूषण बनाने के नाम पर करीब एक करोड रुपए की राशि हड़पी है.
महिलाओं ने पुलिस के पास पहुंचकर दी शिकायत
गांव राठीवास की रहने वाली महिला गीता, सुनीता, पूजा, सीलम तोमर, संतोष, ममता सुमन अंशु व पीड़ित अजीत सिंह आदि ने बताया कि करीब 20 साल से धर्मेंद्र सुनार अपने परिवार समेत किराए के मकान में रहता था. जिसने मकान से सटी हुई एक दुकान किराए पर ली. जिसमें सोने चांदी के आभूषण बनाने का काम शुरू किया. ग्रामीणों मुताबिक धर्मेंद्र की पत्नी शकुंतला ने ग्रामीणों में विश्वास बनाने के लिए लेनदेन कर पहले विश्वास कायम किया. इसी प्रकार धर्मेंद्र ने नजदीकी गांव खोरी कला में भी एक ज्वेलरी शॉप खोली हुई थी. दोंनों दुकानों पर आभूषण बनाने के नाम पर लोगों से राशि लेता था. पीड़ितों का दावा है कि धर्मेंद्र सुनार ने गांव खोरी कला, रंगाला, खोरी खुर्द और भिवाड़ी के करीब 20 से अधिक परिवारों से भारी भरकम राशि ली है. जबकि गांव राठीवास में पत्नी शंकुतला की मदद से करीब दो दर्जन से अधिक परिवारों से सोने चांदी के आभूषण बनाने के नाम पर रकम ली हुई थी.